अनामिका यादव का जन्म एक साधारण से परिवार में 17 जुलाई 1980 को मेरठ में हुआ इनके पिता श्री सत्यप्रकाश यादव ने परिवार में इनकी बहुत अच्छे से देखभाल की । वे प्रारम्भ से ही सामाजिक वातावरण में पली व बढ़ी जिस कारण उन्हें सामाजिक कार्यों को करने की प्रेरणा मिली और उन्होंने सामाजिक कार्यों को करने के लिए भविष्य में राजनीति में जाने के लिए सपना देखा। बाल काल से ही ये पढ़ने में अच्छी छात्रा रहीं जिस कारण युवावस्था आने तक ये चौ0 चरण सिंह विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में एमए व एमफिल कर चुकीं थीं। सतत कृषि में राज्य की भूमिका और भारत के विशेष संदर्भ में ग्रामीण विकास विषय पर इन्होंने पीएचडी की उपाधि से भी सम्मानित किया गया। इनका विवाह ग्राम व पो0 धर्मपुर रत्ता तह0 चन्दौसी जनपद सम्भल के श्री नीलेश यादव से हुआ। जहां पर राजनैतिक पृष्ठभूमि व परिवेश के कारण इन्होंने पहला चुनाव बिलारी ब्लॉक से ग्राम पंचायत जहांगीरपुर से निर्विरोध क्षेत्र पंचायत सदस्य का जीता और निरन्तर क्षेत्र में सामाजिक कार्यों में भागीदारी करके अपनी जमीन पर पहचान बनायी। इसके बाद बिलारी ब्लॉक से निर्विरोध ब्लॉक प्रमुख रहीं व बिलारी विधानसभा के छावड़ा क्षेत्र से जनपद संभल जिला पंचायत सदस्य का चुनाव जीतकर लोगों के नजरों में काबिल राजनेता के रूप में उभरकर सामने आयीं इससे एककदम बढ़कर जब उन्होनें जिला पंचायत अध्यक्ष के रूप में भाजपा से अपनी दावेदारी प्रस्तुत की तो एकबार फिर से जनता का समर्थन उनको मिला और वे संभल से जिला पंचायत अध्यक्ष के रूप में वर्तमान में जनता के बीच कार्य कर रहीं हैं। आपने शिक्षा क्षेत्र में रूचि के कारण क्षेत्र में समाज को शिक्षित बनाने के उददेश्य से माया देवी सीताराम डिग्री कॉलेज की स्थापना ग्राम बिचेटा काजी में की । आपने जिला पंचायत द्वारा केन्द्र सरकार एवं प्रदेश सरकार से विभिन्न वित्त आयोगों के अन्तर्गत प्राप्त होने वाली धनराशि के सापेक्ष अनेकों निर्माण कार्य जैसेः- अमृत सरोवर, पक्की सड़कें, खड़ंजा, नाला, सी0सी0 रोड, एवं जनसामान्य को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने हेतु आर0ओ0/वाटर कूलर आदि की स्थापना कराने के साथ-साथ जिला पंचायत द्वारा निराश्रित गोवंश आश्रय स्थल का संचालन कराया, जिसमें लगभग 300 गोवंशीय पशुओं को संरक्षित कर उनका भरण-पोषण किया जा रहा है तथा ग्राम मौलनपुर डांडा में नन्दी अभ्यरण (कान्हा उपवन) की भूमि पर दो शैडों (80×10 मी0) का निर्माण कार्य गोवंशीय पशुओं के रहने हेतु तैयार कराया जा रहा है। आपने श्री योगी आदित्यनाथ जी, मा0 मुख्यमंत्री, उत्तर प्रदेश के निर्देशानुसार जिला पंचायत, सम्भल द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में हाटमिक्स पद्धति से 30 मार्गां का निर्माण कराया गया, जिनकी लम्बाई 24.29 कि0मी0 है। सभी कार्यां का शिलान्यास/लोकापर्ण श्री योगी आदित्यनाथ जी, माननीय मुख्यमंत्री, उत्तर प्रदेश द्वारा किया गया। आपने जनसम्पर्क अभियान में भी बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया व श्री योगी आदित्यनाथ जी, मा0 मुख्यमंत्री, उत्तर प्रदेश के निर्देशानुसार जनपद के ग्रामीण क्षेत्रों में घर-घर जाकर सम्पर्क करने योजना के अन्तर्गत जनपद के लगभग 400 ग्रामों में जाकर सरकार एवं पार्टी नीतियों का प्रचार-प्रसार पिछले दो वर्षां में किया है। अपने कार्यकाल में अबतक 223 पक्की सड़कों का निर्माण, 93 नालों का निर्माण, व 05 अमृत सरोवरों का निर्माण किया जा चुका है। आर्थिक रूप से कमजोर विद्यार्थियों की निःशुल्क शिक्षा की व्यवस्था करना। नल, सोलर लाइट, आर्थिक रूप से कमजोर व्यक्तियों के यहाँ लगवाना। ग्राम धर्मपुर रत्ता में मन्दिर का निर्माण व क्षेत्र में मन्दिरों का जीर्णोंदार व व्यवस्था कराना। ग्राम जहाँगीरपुर में शवदाहगृह का निर्माण। शैक्षिक कैम्प महाविद्यालय में कौशल विकास हेतु कैम्प लगवाना। महिलाओं को स्वरक्षा व आत्मनिर्भरता हेतु ट्रेनिंग की व्यवस्था करवाना। समय समय पर पर्यावरण संरक्षण के लिये कार्यक्रम आयोजित कराना और वृक्षारोपण करना। विद्यार्थियों के सर्वागीण विकास हेतु महाविद्यालय में समय समय पर विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन करना, जिसमें महाविद्यालय, अन्य स्कूल व कालेजो ं के विद्यार्थी भी भाग लेते हैं। क्षेत्र में पर्यावरण संरक्षण हेतु ऑरगिनक खाद उन्नत कृषि हेतु ट्रेनिंग करवाना। क्षेत्रीय किसानों को ऑरगिनक खेती के लिये प्रोत्साहित करना, जिसकी वजह से क्षेत्र में व्यापक स्तर पर लोगों का सहयोग स्नेह व सम्मान प्राप्त है। आदि ऐसे अनेक कार्य डॉ0 अनामिका यादव ने किये हैं जिससे समाज के सभी वर्गों को सीधा सीधा लाभ पहुंचा हैं उन्होंने बहुत ही मेहनत व लगन के साथ अपनी सामाजिक जिम्मेदारी को समझते हुए बिना किसी स्वार्थ के पूर्ण निष्ठा व लगन के साथ अपनी मेहनत से लोगों के दिलों में अपनी जगह बनायी है और आज वे अपने कार्य क्षेत्र 8-लोकसभा संभल में किसी पहचान की मोहताज नहीं है ऐसा संभव होपाया है उनकी दूरदर्शी सोच व कड़ी मेहनत के कारण ।